लोकसभा , विधानसभा के साथ नगर पंचायत के तीन चुनाव हारने का गम भुलाने गालिब ये ही अच्छा है ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार – 14.08.2020
करगीरोड कोटा – कोटा विधानसभा में कांग्रेस पिछले कई साल से कोमा में थी उसे आक्सीजन मिला कल जब जनपद में सभापति के तीन पदों पर उसके प्रत्याशी जीत गए । पिछले तीन महत्वपूर्ण चुनाव लोकसभा ,विधानसभा और नगरपंचायत में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई कांग्रेस के लिए हो सकता है ये संजीवनी बुटी हो। लोकसभा का चुनाव यदि छोड़ दें तो बाकी के दो चुनाव जो सीधे सीधे कोटा कांग्रेस से संबंधित था विधानसभा और नगरपंचायत यहां भी कांग्रेस की करारी हार हुई । इन हार की समीक्षा पार्टी ने कैसे की पता नहीं । इन सभी के हार की जिम्मेदार किस पर दी गई ये भी पता नहीं । लगातार हुई इन हार के बाद भी कांग्रेस आलाकमान ने कोटा कांग्रेस में कोई सर्जरी नहीं की ।
लेकिन कल कोटा कांग्रेस को जनपद पंचायत मे तीन सभापति बनाकर अपनी पीठ थपथपाने का मौका मिल ही गया । जरूरी है हर समय हार का ही मातम थोड़ी मनाते रहें । चुनाव है हार जीत लगी रहती है कभी हारेंगे कभी जीतेंगे । वैसे लोकसभा के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो विधानसभा और नगर पंचायत के चुनाव में यहां के कांग्रेसी प्रत्यक्ष रूप से एक्टिव थे ये अलग बात है कि विधानसभा चुनाव में यहां के सभी दिग्गज कांग्रेसी कोटा विधानसभा छोड़ बिलासपुर विधानसभा में ज्यादा सक्रीय थे । नगर पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए जो छिछालेदर कांग्रेस की हुई थी उससे सभी वाकीफ है । इसकी शिकायत भी आलाकमान से हुई लेकिन शिकायत ठंडे बस्ते में चले गई यदि जांच हो जाए तो क्रास वोट करने वाले सामने आ जाए ।
बहरहाल कल जनपद पंचायत में सभापति के चुनाव के बाद कोटा कांग्रेस खुशी मना रही है । सोशल मीडिया पर कई पोस्ट इनके खुशियों से भरे पड़े हैं होना भी चाहिए । खुशी मनाने का मौका क्यों छोड़ा जाए । जीतने वाले सभी सभापतियों को हार्दिक शुभकामनाएं ।