आरटीओ का एक ऐसा चेक पोस्ट जहां घुटनों के बल बैठ करनी होती है बात ।
आरटीओ के कारीआम चेक पोस्ट का जलवा जहां लोगों को घुटनों के बल ला दिया जाता है ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 11.01.2024
बिलासपुर – आरटीओ का नाम सुनते ही गाड़ी ड्राईव करने वालों की स्पीड धीमी हो जाती है क्या पता आरटीओ के अधिकारी कब कैसा जुर्माना ठोंक दें लेकिन हम एक ऐसे आरटीओ चेक पोस्ट की बात आपको बता रहे हैं जहां आरटीओ के कर्मचारी से बात करने के लिए आपको घुटनों के बल बैठना पड़ेगा तब आरटीओ का कर्मचारी आपकी बात सुनेगा फिर आप चाहे कोई भी तुर्रमखान हों ।
बिलासपुर से पेण्ड्रा जाते हुए केन्दा से आगे कारीआम के पास आरटीओ का एक चेक पोस्ट पड़ता है । यहां की सुरक्षा व्यवस्था इतनी तगड़ी की परिंदा भी पर नहीं मार सकता । जिस खिड़की के पिछे आरटीओ का कर्मचारी बैठ कर गाड़ियों के कागजात चेक करता हो उस खिड़की को भी पूरी तरह से उपर से लेकर नीचे तक बंद कर दिया गया है खिड़की के नीचे दो से पांच इंच की जगह छोड़ी गई है जिससे गाड़ी चालक या अन्य जिसे बात करनी हो वो सामने घुटनों के बल बैठ कर उनसे बात कर सके ।
दो दिन पहले ही कोटा से एक बस पर्यटन के लिए उधर गई तो चेक पोस्ट पर रोक दिया गया कागजात दिखाने कहा गया उसके बाद बस मालिक घुटनों के बल बैठ कर चेक पोस्ट के कर्मचारी से बात करने लगे उसी समय कोटा के चंदन राय ने उस चेक पोस्ट की तस्वीर क्लिक कर ली और दबंग न्यूज लाईव को भेजी ।
आरटीओ के अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सामने खड़े व्यक्ति की भी कुछ मान मर्यादा होती है और कई को इस प्रकार झुक कर बैठने में परेशानी भी होती है ऐसे में चेक पोस्ट की खिड़की को कम से कम वहां से खोल दिया जाए जहां से सामने वाला व्यक्ति आराम से खड़े होकर अपने कागजात दिखा सके या कर्मचारी से बात कर सके ।